Popular SEO Terms
Algorithm : SEO मे अल्गोरिथम सर्च इंजन के कोड को कहा जाता है | यह वो प्रोग्राम होता है जो की सर्च इंजन किसी भी सर्च क्योरी के रिजल्ट को display करने के लिए उपयोग करते है|
Headings – वेबसाइट पर जब कोई टेक्स्ट heading tag के अंदर लिखा जाता है (जैसे H1 or H2) तो उसको हैडिंग कहा जाता है|
Keyword – यह टर्म सर्च इंजन पर सर्च की जाने वाली टर्म्स के लिए use होती है|
Metadata – यह आपकी वेबसाइट के बारे मे सर्च इंजन को बताता है|
Meta Description – यह वो शार्ट description है जो की webpage के कंटेंट के बारे मे इन्फॉर्म करता है | यह सर्च इंजन के results पेजेज मे Page टाइटल के निचे show होता है|
Page Title – जब भी किसी वेब पेज को कोई नाम दिया जाता है और वो ब्राउज़र के टॉप मे दिखाई देता है उसको पेज टाइटल कहते है | Page Title उस पेज के बारे मे शार्ट information होती है जैसे इस पेज का title – “Most Important Popular SEO terms जो की आपको जानना जरुरी है” है|
Authority : किसी भी वेबसाइट की authority उस पर सर्च इंजन का ट्रस्ट होता है | किसी ट्रस्टेड साइट पर आपकी वेबसाइट का लिंक होने से आपकी साइट का ट्रस्ट भी बढ़ता है एवं जब कोई user ट्रस्टेड वेबसाइट पर available आपकी वेबसाइट के लिंक पर क्लिक करता है तो उस साइट का ट्रस्ट आपकी वेबसाइट पर भी क्रेडिट हो जाता है मतलब एक ट्रस्टेड वेबसाइट से इनकमिंग लिंक आने पर आपकी वेबसाइट की authority बढ़ती है । इसको Link juice पास करना कहते है।
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Authority site : यह उस वेबसाइट को कहते है जिस पर बहुत सारे दूसरी ट्रस्टेड वेबसाइट से इनकमिंग लिंक आते है| एक authority साइट पर बहुत ज्यादा ट्रस्ट, पेजरैंक सर्च results प्लेसमेंट होता है | Wikipedia, slideshare authority साइट के examples है|
Hits: Hits आपकी वेबसाइट पर आने वाले ट्रैफिक को कहा जाता है | जब भी कोई आपकी वेबसाइट के किसी पेज को देखता है तो इसको एक हिट कहते है|
Bot : बोट को रोबोट या क्रॉलर के नाम से भी जाना जाता है | ये वो आटोमेटिक प्रोग्राम है जिसको सर्च इंजन use करते है| सर्च इंजन bots को use करते नए webpages एंड वेबसाइट को सर्च करते है एवं उनको अपने डेटाबेस मे index करते है| Read Also – Spider
Indexed Pages: जब भी आप कोई वेबसाइट बनाते है तो वेबसाइट ऑनलाइन होने के बाद सर्च इंजन उस वेबसाइट को explore करने के बाद अपने डेटाबेस मे स्टोर कर लेता है| अगर कोई वेबसाइट और वेब पेज सर्च इंजन मे indexed नहीं है तो सर्च इंजन पर सर्च करने पर वो पेज या वेबसाइट show नहीं होगी|
Bounce Rate: जब भी कोई visitor किसी वेबसाइट पर एक पेज विजिट करने के बाद वेबसाइट को छोड़ देता है या exit कर जाता है तो इसको वेबसाइट की बाउंस रेट कहा जाता है | एक user website पर आकर चाहे कुछ seconds या फिर कुछ hours रुके ये बाउंस रेट मे consider नहीं होता|
Bookmark – जब किसी भी वेबसाइट या वेबपेज का कोई लिंक, user अपने कंप्यूटर के ब्राउज़र या कंप्यूटर मे save करके रखता है (जिससे की वो बाद मे उस पेज को refer कर सकते या पढ़ सके) तो ये बुकमार्क कहलाता है| आपकी वेबसाइट का लिंक सोशल bookmarking साइट पर अगर save हो तो यह crawlers के लिए एक अच्छा sign होता है जिससे पता लगता है की लोग आपकी वेबसाइट मे रूचि ले रहे है|
Google Page Rank – गूगल किसी भी वेबसाइट को रैंकिंग देने के लिए पेज रैंक मेथड को अपनाता है जिसमे की वेबसाइट की authority के बेस पर साइट को 0 से 10 तक points assign किये जाते है जिसके जितने जयदा पॉइंट्स होते है मतलब वो साइट उतनी ही जयदा trustworthy होती है|
SEM : SEM की फुल फॉर्म सर्च इंजन मार्केटिंग होती है | यह सर्च इंजन पर जयदा से जयदा ट्रैफिक लाने के लिए की जाने वाली मार्केटिंग को कहते है|
SERP: SERP की फुल फॉर्म सर्च इंजन रिजल्ट्स पेज होती है | जब कोई user सर्च इंजन पर कुछ सर्च करता है तो सर्च इंजन जो भी रिजल्ट पेज के साथ वेबसाइट की लिस्ट शो करता है उसको सर्च इंजन results page कहते है|
Sitemap: Sitemap, SEO के लिए बहुत जरुरी है एवं यह सर्च इंजन को यह बताती है की वेबसाइट किस location पर आपको सभी पेजेज की जानकारी आसानी से मिल जाएगी | Sitemap किसी भी वेबसाइट के सभी पेजेज की list होती है जिसको सर्च इंजन की bots use करते है | यह ज़्यदातर एक XML file होती है|
Canonical URL – अगर किसी भी वेबसाइट पर ऐसा हो की same इनफार्मेशन एक से ज्यादा यूआरएल पर available हो तो सर्च इंजन के लिए यह एक इशू हो सकता है। अगर आप इस इशू को avoid करना चाहते है तो आप rel=canonical टैग्स से सर्च इंजन को preferred URL define कर सकते है |ज़्यदातर यह किसी वेबसाइट के home page मे काम मे लिया जाता है क्योकि आप चाहते है की वेबसाइट अलग अलग URL से open न होकर एक single URL से open हो – For Example – hinditechy.com, hinditechy.com मे से कुछ भी URL आप use करे लेकिन वेबसाइट hinditechy.com मे कन्वर्ट हो कर ही ओपन होती है|
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Inbound Link – Inbound link को backlinks भी कहते है एवं ये वो लिंक होते है जो की दूसरी साइट से आपकी साइट पर आते है | Read Also – Backlinks Kya hai
Internal Link – वो लिंक जो की वेबसाइट के पेज से उसी वेबसाइट के दूसरे पेज पर ले जाते है उनको internal लिंक कहते है |
keyword density : कोई भी कीवर्ड आपकी वेब पेज पर कितनी बार है है उसको keyword density कहते है |
robots.txt : जब भी कोई वेबसाइट ऑनलाइन होती है तो सर्च इंजन उसके सभी पेजेज को index करता है लेकिन अगर किसी भी reason से आप चाहते है की कोई पेज index नहीं हो या आप कुछ pages को exculde करना चाहते है तो वो पेजेज आप इस फाइल मे mention कर सकते है | Robots.txt एक टेक्स्ट फाइल होती है जो की सर्च robots को यह बताती है की कौनसे पेजेज उनको विजिट नहीं करने | यह रुट डायरेक्टरी पर sore रहती है वो सर्च इंजन spiders के behaviour को आपकी वेबसाइट पर restrict एंड कण्ट्रोल करने के काम आती है |
keyword stuffing : इसको कीवर्ड स्पैम भी कहते है जो की spam-indexing करने के काम आती है | ये सर्च इंजन पर गलत तरीके से रैंक gain करने का तरीका है जिमसे बहुत जयदा keywords meta tages or web pages मे add कर दिए जाते है जिनका content से कोई link भी नहीं होता |
Link Building – सर्च इंजन की सभी popular SEO terms मे से सबसे जयदा काम मे आने वाली टर्म है | सर्च इंजन की रैंकिंग improve करने के लिए जब आपकी वेबसाइट के लिए जब आप inbound links क्रिएट करते है तो इस process को लिंक बिल्डिंग प्रोसेस कहते है |
popular SEO terms
बहुत बढ़िया जानकारी दी है आपने अमित सक्सेना जी.. इसके लिए धन्यवाद
Thank you…:)
Amit Sir.. Blog pe hum jo affirmative marating add lagate hai us per vistior click nhi karata hai to hame earrning ho saktti hai kya only affaramative like amoze filkart inke adds se….reply main waithing